The Indian Computer Emergency Response Team (CERT-In) has cautioned the public about the USB charger scam, advising individuals to exercise caution before using phone charging ports found in public areas. It has highlighted the potential risks of cybercriminals exploiting public charging ports for malicious purposes. Individuals may become victims of ‘juice-jacking,’ a method through which malicious apps can be installed on electronic devices, leading to data theft.
भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (सीईआरटी-इन) ने लोगों को यूएसबी चार्जर घोटाले के प्रति आगाह किया है और उनसे सार्वजनिक स्थानों पर स्थापित फोन चार्जिंग पोर्ट का उपयोग करने से पहले दो बार सोचने का आग्रह किया है। इसमें कहा गया है कि साइबर अपराधी दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए सार्वजनिक चार्जिंग पोर्ट का उपयोग कर सकते हैं। लोग ‘जूस-जैकिंग’ का शिकार हो सकते हैं, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर दुर्भावनापूर्ण ऐप्स इंस्टॉल किए जा सकते हैं और डेटा चोरी किया जा सकता है